The smart Trick of shiv chalisa in hindi That No One is Discussing

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥

The mother fowl Maina needs his passion, His remaining facet adorns an enchanting form. He holds a trident in his hand, a image of power, Always destroying the enemies.

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके ।

पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥

त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥

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सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और Shiv chaisa साफ कपड़े पहनें।

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥

ब्रह्म – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, वेदपारं ।

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

शिव shiv chalisa lyricsl को भस्म क्यों चढ़ाई जाती है, जानिए यहां भस्म आरती के राज

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